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शर्मा पैथोलॉजी का जिम्मेदार डॉ ० केवल नाम लिखा हुआ गायब ...संचालक डॉ० के बिना हस्ताक्षर के दे रहा जाँच रिपोर्ट ,ऐंठ रहा नोट लोगों के जीवन से कर रहा खेलवाड़ शासन के नुमाइन्दे नही दे रहे ध्यान


 शर्मा पैथोलॉजी  का जिम्मेदार डॉ ० केवल नाम लिखा  हुआ गायब ...संचालक  डॉ० के बिना हस्ताक्षर के दे रहा जाँच रिपोर्ट ,ऐंठ रहा नोट ,लोगों के जीवन से कर रहा  खेलवाड़  शासन के नुमाइन्दे  नही दे रहे ध्यान 

कोरिया जिला अंतर्गत मनेंद्रगढ़ नगर के रेलवे स्टेशन रोड राजस्थान भवन में किराए पर संचालित शर्मा पैथोलॉजी के संचालक रोहित शर्मा के द्वारा किया गया एक स्पेशल जाँच रिपोर्ट जो मनेन्द्रगढ़ के समस्त लैबों से हटके अलग तरीके का है उक्त जांच रिपोर्ट छत्तीसगढ़ लायंस के हाथ लगा है तथा उक्त जांच रिपोर्ट में न तो जांचकर्ता का हस्ताक्षर है और न ही उक्त शर्मा पैथोलॉजी की देख-रेख हेतु नियुक्त डॉक्टर का हस्ताक्षर है जिसकी देखरेख में उक्त शर्मा पैथोलॉजी संचालित है | हम आपको बता दें कि उक्त जांच रिपोर्ट जो शर्मा पैथोलॉजी के संचालक लोहित शर्मा के ऊपर कई सवाल खड़े कर रहा है | गौर करने वाली बात यह है कि उक्त पैथोलॉजी के संचालक लोहित शर्मा के द्वारा उक्त पैथोलॉजी में दिखावा मात्र के लिए मनेन्द्रगढ़ के जाने -माने डॉ की देखरेख में संचालित है केवल उक्त डॉ० का नाम लिखा कर रखा है ? लेकिन कभी भी उक्त डॉ उक्त शर्मा पैथोलॉजी में बैठे नजर नहीं आते हैं हमेशा नदारद ही रहते हैं? जो उक्त नर्सिंग होम एक्ट 2010 के विपरीत है इससे साफ जाहिर होता है कि उक्त शर्मा पैथोलॉजी का संचालक लोहित शर्मा द्वारा फर्जी जांच रिपोर्ट बना भोले -भाले अनपढ़ लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते चला आ रहा है जिससे कई लोग अनचाहे घातक बीमारी के शिकार भी हो चुके होंगे उसे क्या उसे तो पैसे ऐठने से मतलब है लोगों के जीवन से क्या लेना देना ? आज ऐसे ही लैब संचालकों के गलत जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक गलत उपचार कर बैठते हैं उक्त वजह से लोग अन्य कई घातक बीमारी के शिकार भी होते जा रहे हैं | ऐसे पैथोलॉजी का रजिस्ट्रेशन तत्काल रद्द कर देना चाहिये जो लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते है | अगर ऐसे लोगों के विरुद्ध शासन के नुमाइंदे कार्यवाही करने अपनी कलम उठाते हैं तो कई जनप्रतिनिधि उक्त फर्जियो को बचाने रोड़ा बन आड़े आ जाते हैं उक्त वजह से दबाव में आकर शासन के नुमाइंदे क्या करें बेचारे केवल शिकायतकर्ता को कार्यवाही का आश्वासन दे देकर टालमटोल करते हुए अंत में अपना पल्ला झाड़ तबादला करा चले जाते हैं | लेकिन उक्त प्रकरण यथावत लंबित पड़ा रहता है ऐसा लगता है कि जनप्रतिनिधियों ने समस्त फर्जी क्लीनिको, लैबों एवं फर्जी चिकित्सकों को गोद ले रखा है | उक्त वजह से शायद उक्त फर्जियो के विरुद्ध कार्यवाही नही होती जिस कारण लोगों का आक्रोश बढ़ता जाता है |

 

  •  राजू मिश्रा -नगर प्रतिनिधि की रिपोर्ट 

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