नशे के कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है । हम आपको बता दें कि पुलिस को खबर मिली की थाना कोतवाली क्षेत्रांतर्गत बैरन बाजार स्थित शासकीय
पॉलिटेक्निक के सामने रोड पर 02 व्यक्ति एम.डी.एम.ए. जैसे वस्तुये की
बिक्री करने हेतु रखें है। उक्त सूचना को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन
पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली डी.सी. पटेल, प्रभारी सायबर सेल
रमाकांत साहू एवं थाना प्रभारी कोतवाली आर.के.पात्रे को आरोपियों को रंगे हाथ
पकड़ने के निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एक विशेष
टीम का गठन किया गया। उक्त टीम द्वारा उक्त स्थान पर जाकर खड़े आरोपियों को
चिन्हांकित किया जाकर घेराबंदी कर उक्त आरोपी श्रेयांस झाबक पिता रमेश झाबक उम्र-36 वर्ष निवासी
पंचशील नगर सिविल लाइन्स रायपुर एवं विकास बंछोर पिता सुरेन्द्र बंछोर उम्र-40 वर्ष निवासी मेन
रोड कोटा रायपुर को एम.डी.एम.ए. के साथ रंगे हाथो पकड़ कर उक्त आरोपियों के कब्जे
से 17 ग्राम एम.डी.एम.ए. जिसकी कीमत करीब 1,70,000/-(एकलाख सत्तर हजार रूपये) को जप्त कर उक्त आरोपियों के विरूद्ध थाना कोतवाली
में अपराध क्रमांक 255/20 धारा 22
(ख) एन.डी.पी.एस.का अपराध
पंजीबद्ध किया गया। उक्त गिरफ्तार आरोपियों से टीम द्वारा उक्त
नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के संबंध में भी पूछताछ करने पर उक्त आरोपियों द्वारा
एम.डी.एम.ए. कहां से एवं किन-किन व्यक्तियों से लाया जाता है के संबंध में बड़ी
सख्ती वर्तते कड़ाई से पूछताछ किये जाने पर उक्त गिरफ्तार आरोपियों द्वारा ड्रग्स
के काले कारोबार से जुड़े कई नामों के संबंध में जानकारी दी गयी । प्राप्त जानकारी
के आधार पर उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ
पुलिस अधीक्षक महोदय अजय कुमार यादव द्वारा सायबर सेल एवं थाना कोतवाली की एक
विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
जिस पर टीम द्वारा आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर ड्रग्स के काले कारोबार
से जुड़े सभी कड़ियों को जोड़ना प्रारंभ किया गया। उक्त टीम द्वारा लगातार 10 दिनों तक काम करते
हुये उक्त काले कारोबार से जुड़े आरोपियों की पहचान सुनिश्चित की गई उक्त दौरान टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि ड्रग्स के
कारोबार से जुड़े हुये आरोपियों द्वारा उक्त कारोबार को करने हेतु अपने लिये एक
विशेष नाम का उपयोग किया जाता है और वे आपस में एक-दूसरे को उक्त विशेष नाम से ही
जानते है। ड्रग्स के कारोबार सबसे पहले मिन्हाज मेमन बिलासपुर में प्रारंभ किया था
और कुछ दिनों पश्चात् ही उसने अभिषेक उर्फ डेविड को अपने साथ उक्त व्यवसाय में
शामिल कर लिया। उक्त दोनों उक्त दौरान पुणे जाकर 02
- 03 बार ड्रग्स लेकर रायपुर व
बिलासपुर में बिक्री किये थे परंतु पैसे के विवाद को लेकर दोनों के बीच कुछ दिनों
पश्चात् अनबन हो गई थी उक्त वजह से दोनों एक - दूसरे से अलग - अलग कारोबार करने
लगे। उक्त दौरान ड्रग्स के कारोबार में अभिषेक का अच्छा संपर्क बन चुका था। वही अलग
कारोबार करने के दौरान अभिषेक अपने अन्य साथी एलिन सोरेन के संपर्क में आया। एलिन
सोरेन गोवा में रहकर होटल मैजेनमेंट की पढ़ाई कर रहा था उक्त दौरान वह गोवा में
ड्रग्स का कारोबार करने वाले नाइजीरियन (नीग्रो) के संपर्क में आया तथा वह भी उक्त
व्यवसाय से जुड़ गया और एलिन सोरेन ने गोवा में अभिषेक शुक्ला उर्फ डेविड़ का संपर्क
नाइजीरियन (नीग्रो) से कराया तब से अभिषेक अपने पेडलर रोहित आहूजा और राकेश अरोरा
के साथ कई बार जाकर ड्रग्स गोवा से लेकर आये और ड्रग्स की बिक्री करने लगे।
लक्ष्मण गाईन जो जी.आर.पी. में आरक्षक के पद पर बिलासपुर में कार्यरत है उसने अभिषेक
को ड्रग्स के लिये पैसा फायनेंस प्रारंभ कर दिया। अभिषेक और लक्ष्मण बिलासपुर में
क्रिकेट खेलने के दौरान संपर्क में आये थे तब से कई बार लक्ष्मण की वर्ना कार से
भी ड्रग्स लेने गोवा गये है। जो दिनांक 27.09.2020
केा भी लक्ष्मण और अभिषेक रायपुर में
ड्रग्स की डिलीवरी करने आये थे जो पुलिस की भनक लगते ही भाग गये तथा रोहित और
राकेश अरोरा को रायपुर व बिलासपुर में एक बार का ड्रग्स सप्लाई करने पर 1,000/- रूपये अभिषेक द्वारा दिया जाता था। चूंकि राकेश और रोहित बड़े गरीब तपके के
व्यक्ति है उक्त वजह से अभिषेक ने उनको पैसा उधार लेने पर 08 % ब्याज देकर
उन्हें अपने अहसान तले दबा रखा था और राकेश की एक्टिवा वाहन को भी रख लिया था। उक्त
दिनांक 27.9.2020 को अभिषेक और लक्ष्मण गाईन के रायपुर
आने की भनक सायबर सेल को लग जाने के पश्चात् और विकास बंछोर और श्रेयांस झाबक की
गिरफ्तारी पश्चात् पकड़े जाने के डर से अपना मोबाईल फोन रास्ते में फेंक दिये और
नया मोबाईल नंबर लेकर अपने रिश्तेदार के घर इलाहाबाद में जाकर छिप गया था, जिसे
तत्परतापूर्वक सायबर सेल की टीम द्वारा इलाहाबाद से उसे अपनी हिरासत में लेकर
रायपुर लाकर उससे पूछताछ किया गया तो उसने संपूर्ण ड्रग्स रैकेट का खुलासा कर दिया
उसके निशानदेही पर आरोपी अभिषेक उर्फ डेविड द्वारा तिफरा बिलासपुर स्थित घर से 93 ग्राम एम.डी.एम.ए.
जिसकी कीमत करीब 15,00,000/-रूपये को जप्त कर उक्त आरोपी से पूछताछ करने
पर उसने बताया कि उसके साथ उक्त काले कारोबार में मिन्हाज मेमन उर्फ हनी एलिन
सोरेन, रोहित आहूजा, राकेश अरोरा उर्फ सोनू, लक्ष्मण गाईन एवं
अब्दुल अजीज उर्फ सद्दाम जुड़े है। जिसके आधार पर उक्त आरोपी मो0 मिन्हाज उर्फ हनी, एलेन सोरेन, रोहित आहूजा, राकेश अरोरा, अब्दुल अजीम उर्फ
सद्दाम एवं लक्ष्मण गाईन को बिलासपुर के अलग-अलग जगहों से उनको पकड़कर गिरफ्तार
किया गया। अभिषेक शुक्ला उर्फ डेविड़ आरोपी रोहित आहूजा और राकेश उर्फ सोनू अरोरा
के माध्यम से राज्य के बिलासपुर एवं रायपुर जिलों में ड्रग्स सप्लाई करते थे।
आरोपी लक्ष्मण गाईन के कब्जे से उक्त घटना में प्रयुक्त हुण्डई वर्ना कार क्रमांक
सी जी/04/एच क्यू/1011 को भी जप्त किया गया । इस तरह रायपुर
पुलिस द्वारा उक्त ड्रग्स के काले कारोबार से जुड़े पूरे नेटवर्क को तोड़ते हुये उक्त
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया । वहीँ रायपुर के 05 अन्य ड्रग्स
कारोबारी का नाम सामने आया है जो आरोपी श्रेयांस झाबक एवं विकास बंछोर की
गिरफ्तारी के बाद से फरार हो गये है, जिनकी पतासाजी की जा रही है। इसके अलावा
कई अन्य ग्राहक जो ड्रग्स क्रय करते थे उक्त सभी फरार हो गये है, जिनकी भी तलास की
जा रही है। ऐसी जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी मिन्हाज मेमन अपने साथी सद्दाम के
साथ रायपुर के कई क्लबों में भी ड्रग्स की सप्लाई करता था, उक्त संबंध में
विस्तृत पूछताछ करते हुये जानकारी एकत्रित की जा रही है। उक्त आरोपियों द्वारा
ड्रग्स की लत लगाने के लिये ग्राहकों को पहले सस्ते दाम में ड्रग्स दिया जाता है
और लत लगने के बाद अधिक दामों में बिक्री किया जाता था। रायपुर पुलिस द्वारा
ड्रग्स कारोबारियों के विरूद्ध अब तक की पहली व सबसे बड़ी कार्यवाही की गई। नशा का
कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी
रहेगा।
- उक्त गिरफ्तार आरोपियों में
01. अभिषेक शुक्ला उर्फ डेविड पिता शशिकांत
शुक्ला उम्र 26 साल निवासी यदुनंदन नगर तिफरा बिलासपुर।
02. मोह0 मिन्हाज उर्फ हनी पिता फजल मेमन उम्र 26 साल निवासी राज
किशोर नगर बिलासपुर।
03. एलेन सोरेन पिता जार्ज सोरेन उम्र 22 साल निवासी
बंधवापारा सरकण्डा बिलासपुर।
04. रोहित आहूजा पिता कन्हैया लाल आहूजा
उम्र 21 साल निवासी खान बाड़ा जबड़ापारा बिलासपुर।
05. राकेश अरोरा उर्फ सोनू पिता अशोक अरोरा
उम्र 28 साल निवासी कपिल नगर सरकण्डा बिलासपुर।
06. अब्दुल अजीम उर्फ सद्दाम पिता अब्दुल
वहीद उम्र 27 साल निवासी पुराना बस स्टैण्ड बिलासपुर।
07. लक्ष्मण गाईन पिता सुधांशु गाईन उम्र 32 साल निवासी
सिरगिट्टी बिलासपुर।
इस प्रकार
रायपुर पुलिस द्वारा नशे के कारोबारियों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाही कि पुरे
राजधानी में बड़ी तारीफे की जा रही है वहीँ दूसरी ओर अन्य अवैध कारोबारियों में हडकम
मचा हुआ है उनके पैरो तले जमीन खिसकती नजर आ रही है |
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