आसमान छू रही कमरतोड़ महंगाई पर...सरकार नहीं लगा पा रही लगाम
हम आपको बता दें
कि इस कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से रोजी मजदूरी कर जीवन यापन
करने वाले मजदूर वर्ग का रोजगार पूरी तरह से ठप्प हो चुका है | वही दूसरी तरफ
आसमान छू रही इस महंगाई से गरीब जनता की कमर भी टूटती नजर आ रही है | कारण कि पहले
पेट्रोल और डीजल के बाद रसोई गैस की कीमत बढ़ी और अब खाद्य तेल जो 95 रुपये लीटर तक बिकता था
| उसी तेल को इस लॉकडाउन की आड़ में 150 रुपये से 160 रुपये लीटर तक धड़ल्ले से बेचा जा रहा है | वही दाल
सहित अन्य वस्तुओं के भाव भी बढ़ा दिए गए हैं | उक्त वजह से गरीबों का जीना दूभर
हो चूका है | जो इस महंगाई से पूरी तरह त्रस्त हो चुके हैं | एक ओर कोरोना का कहर तो दूसरी तरफ बढ़ी हुई इस महंगाई
की बोझ तले दबते जा रहे गरीबों को निजात दिलाने सरकार का इस ओर ध्यान
बिल्कुल भी नहीं जा रहा है | जबकि इस तरह से बढ़ाये गये महंगाई पर लगाम कसने सरकार
को तत्काल एक्शन मुड में आते हुए छत्तीसगढ़ के समस्त बड़े व्यापारियों के गोदामों
में छापामार कार्यवाही कराना चाहिए | जिससे गरीबों को सस्ते दामों में खाद्य तेल ,दालें
व अन्य सामग्रियां आसानी से प्राप्त हो सके या फिर जिस प्रकार शासन द्वारा गरीबों
को सस्ते दामों पर चावल उपलब्ध कराया जाता है , ठीक उसी तरह शासकीय उचित मूल्य दुकानों
के माध्यम से उक्त गरीबों को खाद्य तेल , दाल आदि सामाग्रियां भी सस्ते दामों में
उपलब्ध कराए जाने उक्त दिशा में तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए |
- सिरिल दास -प्रधान संपादक की कलम से
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