CGL BREAKING :: लाखों की लागत से लगा स्ट्रीट लाइट हुआ खराब जो कमीशनखोरी की चढ़ा भेंट...
कोरिया जिला जनकपुर में स्ट्रीट लाइट लगे हुए
साल भर भी नहीं हुआ कि स्ट्रीट लाइट पूरी तरह बंद हो चुकी है। लोग हो रहे परेशान। हम
आपको बता दें कि बीते वर्ष जनकपुर के मेन रोड में लाखों रुपए खर्च करके शासन
द्वारा स्ट्रीट लाइट लगवाया गया था, जो अब खराब पड़ी हुई है।जनकपुर
मुख्यालय होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोग जनकपुर में मजदूरी करने आते हैं
और उन्हें,
जनकपुर से वापस घर लौटने के लिए अंधेरा हो जाता है। स्ट्रीट
लाइट लगे होने के कारण लोगों को आने जाने में सहूलियत मिलती थी क्योंकि रोड पर
प्रकाश हुआ करता था,मगर स्ट्रीट लाइट खराब हो जाने के कारण लोगों को अंधेरे में
आना जाना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह बुजुर्ग महिलाएं, पुरुष, बच्चे
सभी टहलने के लिए भी बाहर निकलते हैं मगर स्ट्रीट लाइट ना जलने के कारण उनके मन
में डर बना हुआ रहता है कि कहीं से कोई जानवर ना निकल आए। कुछ खिलाड़ियों के
द्वारा भी बताया गया कि जनकपुर की यही स्ट्रीट लाइट विगत कई दिनों से खराब पड़ी
हुई है, जिसकी
सूचना ग्राम पंचायत जनकपुर को दी गई है, मगर आज तक स्ट्रीट लाइट को नहीं
बनवाया गया। स्ट्रीट लाइट को लेकर जब जनकपुर पंचायत में पूछा गया तो उनके द्वारा
जवाब दिया गया कि स्ट्रीट लाइट बिगड़ा हुआ है जिसकी सूचना हमने रायपुर में रह रहे
ठेकेदार को दी है, मगर ठेकेदार के द्वारा बोला जाता है कि मेरे को स्ट्रीट
लाइट का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। जिस कारण से स्ट्रीट लाइट की रिपेयरिंग
नहीं करवा रहा पा रहा हूं। पिछला भुगतान ना होने का कारण सिर्फ कमीशनखोरी ही समझा
जा सकता है। जानने वाली बात यह भी होगी कि आखिर स्ट्रीट लाइट का भुगतान क्यों रोक
कर रखा गया है, और यदि ठेकेदार का काम सही नहीं था तो उसे स्ट्रीट लाइट
लगाने की अनुमति आखिर क्यों दी गई। और पंचायत के कर्मचारी ने बताया कि दूसरी
स्ट्रीट लाइट के लिए ₹400000
पुनः स्वीकृत किया गया है। देखना दिलचस्प होगा कि आखिर
जनकपुर की यह स्ट्रीट लाइट कब बन पाती है या नए सिरे से काम दोबारा चालू होगा, ऐसे
निर्माण कार्यों से क्या फायदा जिससे शासन के लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी
लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।
- यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ कोरिया -
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