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SECL हसदेव क्षेत्र में सफाई कार्य के नाम पर करोड़ो का घोटाला ।।

 जिला के अंतर्गत एसईसीएल हसदेव क्षेत्र झगराखाण्ड के सब एरिया से मिली जानकारी के अनुसार सफाई कार्य हेतु प्रतिवर्ष लाखों रुपयो का बंदरबांट करते आ रहे है और हसदेव क्षेत्र के तथाकथित अधिकारियों द्वारा जमकर मलाई खाना चर्चा का विषय बना हुआ है। जो अपने कुछ चहेते ठेकेदारों को ही टेंडर देकर वार्षिक एक बड़ी राशि का बंदरबांट कर एस.ई.सी.एल को चूना लगाते आ रहे हैं वहीं एक लाजमी बात यह भी है की हसदेव क्षेत्र के साथ झगराखाण्ड सब एरिया में तीन नगर पंचायत झगराखाण्ड, लेदरी और खोंगापानी है जहां पर उनके खुद के सफाई कर्मचारी हैं जो प्रतिदिन सभी कालोनियों की सफाई करते पाए जाते हैं वहीं एस.ई.सी.एल के सफाई कर्मचारी कभी भी कॉलोनियों में दिखाई नहीं देते सफाई कार्य का बड़ा ही रोचक खेल केवल कागजों में ही किया जाता है। जिसके इस प्रकार आंकड़े ₹5930446.74 लाख जो वर्ष 2016-17 में यह मात्र 1 वर्ष का है अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नगर की सफाई का जिम्मा तो नगर पंचायत के सफाई मित्रों ने अपने कंधों में संभाल रखा है और एस.ई.सी.एल के सफाई कर्मचारी कहां पर किस जगह में सफाई का कार्य करते हैं जो ठेकेदारों के माध्यम से लगाए गए हैं जो काफी वर्षों से अधिकारी और ठेकेदारों से मिलीभगत कर करोड़ों रुपयों का हेरफेर किया जाना बताया जा रहा है। जो एस.ई.सी.एल हित में नहीं है इस कदर दीमक और टिड्डी दलों की तरह एसईसीएल को चट कर रहे भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के विरुद्ध विजिलेंस और सी.बी.आई द्वारा बारिक जांच होनी चाहिए लेकिन यह बताया जा रहा है कि झगराखाण्ड के सब एरिया श्री हलदर विगत कई सालों से एक ही जगह पर जमे हुए हैं कारण साफ है कि इनका संबंध एस.ई.सी.एल के विजिलेंस विभाग बिलासपुर से बड़ा ही अच्छा तालमेल और मधुर संबंध है और उसी वजह से ये महोदय काफी अर्शे से अजगर की तरह कुंडली मारे एक ही जगह पर बैठे हुए हैं यही नहीं इनके द्वारा दो लाख की फाइलों में भी जमकर कमीशन खोरी किया जाना बताया जा रहा है। यदि कोई ईमानदार विजिलेंस चाहे तो प्रत्येक फाइल और सप्लाई किए गए मशीनरी उपकरणों की मेकिंग सहित जांच कर भ्रष्टाचार उजागर किया जा सकता है लेकिन हैरानी की बात यह है कि शिकायत भेजने के बाद भी जांच नहीं होती ।
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