झूठी शिकायतों पर कार्यवाही करने के पूर्व शिकायतकर्ता का सत्यापन कराए जाने को लेकर आईजी को सौंपा पत्र
राजनगगर || पुलिस
महानिरीक्षक/एडीजी शहडोल को कोयलांचल क्षेत्र के समाजसेवी, संधान ट्रस्ट के चीफ ट्रस्टी और एसईसीएल मुख्यालय के सांसद
प्रतिनिधि सुनील चौरसिया ने पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जी. जनार्दन राव से मुलाकात
कर कोयलांचल क्षेत्र की कानून व्यवस्था
एवं अन्य विषयों पर चर्चा की एवं चर्चा उपरांत डीओपीटी एवं केन्द्रीय सतर्कता आयोग
नई दिल्ली के द्वारा जारी सर्कुलर का पालन
शहडोल रेंज में कराये जाने के संबंध में पत्र सौपा। श्री चौरसिया ने पत्र में जिक्र किया कि गुमनाम,झूठी एवं छदम नाम से प्राप्त शिकायतों पर
कार्यवाही न करने के निर्देश भारत सरकार के डीओपीटी एवं केन्द्रीय सतर्कता आयोग नई
दिल्ली ने दिया है,परंतु इसके
विपरीत शहडोल रेंज में झूठी,गुमनाम एवं छदम
नाम से प्रेषित शिकायतों पर लगातार पुलिस के द्वारा कार्यवाही की जा रही है,जो कि न्याय संगत नही है। मध्य प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित शहडोल संभाग में बहुतायत
कोयला खदानें है, और इन कोयला
खदानों में लगभग 40 वर्षों से सेवारत
कर्मचारी जो रात दिन कड़ी मेहनत करके इस देश को ऊर्जा के रूप में कोयला प्रदान कर
रहे हैं जो देश के विकास में सहायक है उन्ही
मजदूरो के विरूद्ध झूठी और फर्जी शिकायतें आये दिन प्रकाश में आते रहते है
इन शिकायतों पर केंद्रीय सतर्कता आयोग नई
दिल्ली के नियमों का पालन न करते हुए गलत
तरीके से कार्यवाही करते हुए झूठी शिकायतों के आधार पर कई वर्षो से एसईसीएल में
सेवारत्त कर्मचारियों को प्रबंधन के द्वारा बर्खास्त कर दिया जाता है साथ ही इनको
मिलने वाले समस्त देयको/भुगतान भी रोक दिया जाता है,ऐसी स्थिति में बेगुनाह होते हुए भी इन श्रमवीरों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना
करना पड़ता है साथ ही इनके सामने सपरिवार भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो जाती
हेै। श्री चौरसिया ने पुलिस महानिरीक्षक का ध्यान इस ओर आकृष्ट करते हुए आग्रह
किया कि केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशों का शहडोल रेंज में पालन कराया जाए,ताकि नैर्सिंग न्याय के सिद्धांत का पालन हो
सके साथ ही किसी बेगुनाह के विरूद्ध होने वाली गलत कार्यवाही पर विराम लग सके।
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