कोरोना काल में झोलाछाप डॉक्टर गरीबों का उपचार कर... दे रहे मानवता का परिचय...
सूत्रों द्वारा मिली
जानकारी के अनुसार जब से कोरोना का खौफ रजिस्टर्ड डॉक्टरों के दिलो-दिमाग में छाया
हुआ है तब से उक्त डॉक्टरों के द्वारा मामूली मौसमी बीमारी जैसे सर्दी, खांसी, बुखार
आदि के मरीजों का इलाज तो दूर उन्हें छूना तक पसंद न करते हुए उक्त डॉक्टरों
द्वारा पीड़ितों से कहा जाता है कि पहले कोरोना जांच करा कर आओ इस प्रकार से
डॉक्टर मरीजों का उपचार न करके उक्त मरीजों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर
चिकित्सीय कार्य पे धब्बा लगा रहे हैं| उक्त वजह से पीड़ित इन हालातों में कहां
जाएं आखिर हारे-दम विवश होकर उक्त पीड़ितों को झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराना
पड़ता है और वास्तव में इस संकट की घड़ी में झोलाछाप डॉक्टर ही है जो पूरी
इमानदारी से पीड़ितों पर हमदर्दी जता बेहिचक पुरानी पद्धति के तहत उक्त मरीजों का
खून पेशाब आदि की जांच करा सफल उपचार करते हुए मानवता का परिचय देते आ रहे हैं|
उक्त झोलाछाप डॉक्टरों से मानव की सेवा की सीख लेनी चाहिये रजिस्टर्ड चिकित्सको को
||
- प्रधान संपादक की कलम से ✍✍✍
0 comments:
Post a Comment