कोरिया – गुरु-शिष्य परंपरा
भारत की संस्कृति का एक बड़ा अहम और पवित्र रिश्ता है जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण
इतिहास में भी दर्ज हैं। शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को अलग-अलग रूप-रंग के फूलों
से सजाता है। जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित
करता है। आज शिक्षा को हर घर तक पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा तमाम प्रयास किए जा
रहे हैं साथ ही शिक्षकों को भी वह सम्मान मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। एक गुरु
ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है जिसे बखूबी निभाते हुए अंकित शर्मा ने
शिक्षक के जन्मदिवस पर उनका बड़ा सम्मान किया सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के
प्राचार्य के जन्मदिन पर अंकित शर्मा एवं जलील शाह,आलोक त्रिपाठी द्वारा सम्मान समारोह का
आयोजन कर उक्त प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ़ो को बधाई देते हुए पुष्प गुच्छ,मिठाईया एवं कलम भेंटकर
उक्त सभी का सम्मान किया गया |
- यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की खबर
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