अंबिकापुर - मिली जानकरी के अनुसार - सरगुजा के सेवानिवृत्त पूर्व आई.जी आईपीएस
श्री के.सी अग्रवाल जी के विरुद्ध सी.आई.डी
जांच शुरु हो गई है। सेवानिवृत्त पूर्व आई.जी के विरुद्ध करीब आधा दर्जन से ज्यादा
शिकायत मिली थी जिस पर सी.आई.डी टीम द्वारा जांच की जा रही है। दिनांक 22/06/2020
दिन रविवार को कोतवाली पहुंचकर सी.आई.डी टीम ने जांच शुरु की वही पूर्व आई.जी
के विरुद्ध कुछ पीड़ित पुलिसकर्मियों ने भी शिकायत की थी जिसमे पूर्व कोतवाली टी.आई
श्री विनीत दुबे ने कुछ व्यवसायियों द्वारा अवैध उगाही तथा सेवानिवृत्ति होने के
दिन शहर के ऑक्सीजोन पार्क में शराब पार्टी की शिकायत भी आई थी। ज्ञात हो कि आई.पी.एस श्री के.सी अग्रवाल जी कई
विवादों में फंस चुके हैं। उन्हें मार्च 2019 में
सरगुजा का आई.जी बना दिया गया था। 9 महीने तक
सेवा देने के पश्चात् वे 31 मार्च 2020 को सेवानिवृत्त हुए थे। सूत्रों के अनुसार सरगुजा के आई.जी श्री के.सी. अग्रवाल जी के
कार्यकाल के दौरान उनके विरुद्ध आधा दर्जन से अधिक मामलों की शिकायत वहा के पीड़ित पुलिसकर्मियों
तथा व्यापारियों द्वारा डीजीपी साहब से किया था । जिसकी जांच वर्तमान में सी.आई.डी
टीम द्वारा शुरु कर दी गई है और सी.आई.डी की टीम अंबिकापुर पहुंच कर संबंधित शिकायतकर्ताओ
से पूछताछ करना शुरु कर दिया है । उक्त टीम में डी.आई.जी श्री अरविंद कुजूर एवं एडिशनल एस.पी श्री जी.एस कुरुवंशी भी
शामिल हैं।
विशेष रूप से इन शिकायतों पर होगी जांच :-
पूर्व आई.जी श्री के.सी अग्रवाल जी के विरुद्ध जो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं | उनमें पूर्व कोतवाली टी.आई द्वारा पंकज बेक कस्टोडियल डेथ का मामला भी शामिल है। इसमें पूर्व टी.आई द्वारा कहा गया था कि उक्त मामले में जांच के बिना उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। वहीं कोतवाली के ही एक ए.एस.आई ने उनका ट्रांसफर दूसरे जिले में करा दिए जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है । वहीं एक अंबिकापुर के व्यवसायियों द्वारा पूर्व के मामले की फाइल निकलवाकर धारा जुड़वाने, ईंट-भट्ठा संचालकों से उगाही, सट्टा के मामले, फर्जी प्रार्थी बनाकर विभागीय अमले के विरुद्ध जांच टीम गठित कर भयदोहित कर, आई.जी बंगले में स्थित दर्जनभर पुराने पेड़ों को कटवाकर अवैध तरीके से बिक्री करने के मामले भी शामिल हैं। गौर करने वाली बात है की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने पूर्व आई.जी श्री के.सी अग्रवाल जी को ऐसे कई भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त होने की वजह से जबरन उन्हें रिटायर कर दिया था और राज्य सरकार के इस फैसले को चुनौती देने पर हाईकोर्ट ने उन्हें राहत दी थी और उन्होंने फिर से नौकरी ज्वाइन किया था।
पूर्व आई.जी श्री के.सी अग्रवाल जी के विरुद्ध जो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं | उनमें पूर्व कोतवाली टी.आई द्वारा पंकज बेक कस्टोडियल डेथ का मामला भी शामिल है। इसमें पूर्व टी.आई द्वारा कहा गया था कि उक्त मामले में जांच के बिना उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। वहीं कोतवाली के ही एक ए.एस.आई ने उनका ट्रांसफर दूसरे जिले में करा दिए जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है । वहीं एक अंबिकापुर के व्यवसायियों द्वारा पूर्व के मामले की फाइल निकलवाकर धारा जुड़वाने, ईंट-भट्ठा संचालकों से उगाही, सट्टा के मामले, फर्जी प्रार्थी बनाकर विभागीय अमले के विरुद्ध जांच टीम गठित कर भयदोहित कर, आई.जी बंगले में स्थित दर्जनभर पुराने पेड़ों को कटवाकर अवैध तरीके से बिक्री करने के मामले भी शामिल हैं। गौर करने वाली बात है की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने पूर्व आई.जी श्री के.सी अग्रवाल जी को ऐसे कई भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त होने की वजह से जबरन उन्हें रिटायर कर दिया था और राज्य सरकार के इस फैसले को चुनौती देने पर हाईकोर्ट ने उन्हें राहत दी थी और उन्होंने फिर से नौकरी ज्वाइन किया था।
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