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चिकित्सकों की लापरवाही से सर्पदंश के मरीज की मौत... कार्यप्रणाली पर उठ रहे है कई सवाल

चिकित्सकों की लापरवाही से सर्पदंश के मरीज की मौत... कार्यप्रणाली पर उठ रहे है कई सवाल



119 पंचायतो का पुष्पराजगढ़ मुख्यालय जहाँ पर स्वास्थ्य सेवाएं लेने हर ग्राम से मरीज आते है मगर स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा इस अस्पताल में नही मिल पाती है। जिसका सबसे बड़ा कारण है डयूटी टाइम पर डॉक्टर का उपस्थित न रहना समाचार की सुर्खियों को बटोरता हुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ हमेशा अपनी नाकामियों के नाम से जाना जाता है। ऐसा ही एक मामला दिनाँक 14 जून की रात्रि 10 बजे का है। बताया जा रहा कि जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जरही के भीठीटोला निवासी पारस नाथ उम्र 18 वर्ष पिता रामजियावन महरा को रात्रि के लगभग से बजे के बीच जहरीले साँप ने काट लिया। जिसके बाद परिजनों ने अपने निजी साधन से मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ ले कर आये और मरीज को भर्ती कराया। परिजनों द्वारा बताए जा रहा कि जब हम मरीज को लेकर आये तब जनरल वार्ड में मरीज को भर्ती किया गया और ड्यूटी पर उपस्थित नर्स के द्वारा इंजेक्शन बॉटल लगाया गया और करीब 11.30 बजे रात्रि में ही मरीज की मृत्यु हो गई।

ड्यूटी टाईम पर नही थे उपस्थित

बताया जा रहा है कि ग्राम जरही के मरीज को तकरीबन 9.30 से 10 बजे रात्रि में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ लाया गया उस वक़्त डियुटी पर कोई डॉक्टर उपस्थित नही था परिजनों द्वारा मिली जानकरी अनुसार जब मरीज स्थित ज्यादा खराब होने लगी तब डियुटी के दौरान उपस्थित नर्स ने डॉक्टर को फ़ोन के माध्यम से मरीज की तबियत ज्यादा खराब होने की जानकारी दी जिसके बाद डॉक्टर आये और कुछ ही देर में मरीज ने दम तोड़ दिया परिजनों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही है क्योंकि यहाँ पर यह अस्पताल नर्सो कब भरोशे है डॉक्टर अपने डियूटी टाइम पर उपस्थित नही थे नर्स के द्वारा बॉटल इंजेक्शन लगाया गया हो सकता है डॉक्टर सही समय पर मरीज को देख लेते तो हमारे मरीज की जान बच जाती।

दिन के अंदर सर्प दंश से दूसरी मौत

दिनाँक 11 जून की सुबह मझगवां ग्राम की बिसाहिन बाई उम्र 55 वर्ष की मौत भी सर्प के काटने से हो गई जिसके बाद भी मरीज के परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही डियुटी टाइम पर डॉक्टर के उपस्थित न रहने का इलाज्म लगा चुके है बिसाहिन बाई को सुबह जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया था और किमी दूर पहुंचते ही मरीज ने दम तोड़ दिया । ओर दिनाँक 14 जून की दरमियानी रात 11.30 बजे जरही निवाशी 18 वर्षीय बालक की मृत्य हो गई जिसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग का अमला नींद से जागेगा या इसी तरह मौत के तांडव का खेल पुष्पराजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चलता ही रहेगा।

लचर व्यवस्था पर जनप्रतिनिधियों की चुप्पी

कहने को तो पुष्पराजगढ़ तहसील से सांसद और विधायक हमेशा ही रहते आये है पर इस तरह के मौतो की जानकारी हमारे जनप्रतिनिधियों को हैं भी या नही की पुष्पराजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है फिर भी जनप्रतिनिधियों ने अब तक इस और पहल नही किया है ऐसे सांसद और विधायक के होते हुए बहु अगर समुचित ईलाज मरीजो को नही मिल पा।रहा तो अपने आप मे यह बेहद ही शर्मनाक पहलू है।

ग्रामवासियों को जिला कलेक्टर से है उम्मीद

लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और डियूटी टाइम पर डॉक्टरों का उपस्थित न होना बेहद ही शर्मनाक पहलू है ऐसे में पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त ग्रामीणों की अपेक्षा जिले के नवनियुक्त कलेक्टर सोनीया मीणा से है कि 119 पंचायतों को स्वास्थ्य सेवाये देने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था में जल्द से जल्द सुधार होगा जिससे क्षेत्र के जन मानस को बेहतर स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध हो सकेंगी। देखना होगा कि कलेक्टर महोदया इस ओर कब तक पहल करेंगी।

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