चंदा नही देने से मैयत का ऐलान करने से सुन्नी जमात सदर ने किया साफ़ इंकार...मानवता हुई शर्मसार
कोरिया जिला अंतर्गत मनेंद्रगढ़ लोको कॉलोनी में स्थित मस्जिद के 'सदर' अजीम द्वारा मानवता को शर्मसार करने का मामला प्रकाश में आया है | उक्त मामले के संबंध में बड़ा खेद प्रकट करते हुए टीवी टावर रोड वार्ड नंबर 17 मनेंद्रगढ़ निवासी रिंकू उर्फ इम्तियाज अंसारी ने जानकारी देकर बताया कि उक्त पीड़ित की माता जी का इंतकाल हो गया था ,उक्त सूचना समाज के लोगों तक पहुंचाएं जाने हेतु उक्त सदर अजीम के घर जाकर उनसे मिन्नतें करते हुए मैयत का ऐलान कराने निवेदन किया तो उक्त सदर बड़े आवेश में तमतमा कर बोले कि जो चंदा देता है उसके परिवार में मैयत होने पर ऐलान किया जाता है ? हम मैयत का ऐलान नहीं कराएंगे यह सुन्नी जमात है ? बड़ी बदतमीजी की हद पार करते हुए उक्त सदर द्वारा चंदा नहीं देने पर मैयत का ऐलान करने से साफ इंकार कर दिए जाने से खफा हो उक्त पीड़ित इम्तियाज अंसारी द्वारा उक्त सदर अजीम का वीडियो प्रस्तुत कई सवाल खड़े करते हुए उक्त सदर की एक-एक पोल खोलते हुए बताया कि जब उक्त सुन्नी जमात का रजिस्ट्रेशन ही नहीं है तो उक्त चंदे की राशि को उक्त सदर किस खाते में जमा करता है ? और किन-किन कार्यों में उक्त चंदे की राशि को खर्च किया जाता है | उसका कोई लेखा-जोखा तक उक्त सदर के पास नहीं है तो कैसे ? किस आधार पर ?उक्त सदर चंदे की वसूली करते आ रहा है साथ ही उक्त पीड़ित इम्तियाज अंसारी ने यह भी बताया कि यदि चंदा नहीं दे पाने वाले किसी गरीब मुसलमान भाई के घर मैयत हो जाए तो वह कैसे ऐलान करा पायेगा | अगर ऐसे अजीम जैसे सदर रहेंगे तो उक्त गरीब के घर मिट्टी पड़ी -की -पड़ी रह जाएगी ? और मजबूरी वश गैर समाज के सहयोग से उक्त गरीब के घर से मिट्टी उठानी पड़ेगी ? बताया जा रहा है की उक्त सदर अजीम जो पेशे से रेल कर्मचारी है | जो रेलवे के T.R.D विभाग मनेन्द्रगढ़ में पदस्त है एवं उसकी अच्छी खासी करीब 50-60 हजार रुपये वेतन भी है | इसके बावजूद वह बिना रजिस्ट्रेशन के चंदा वसूली का धंधा चालू कर रखा है | इस प्रकार की गतिविधियों से अवगत कराते हुए उक्त पीड़ित इम्तियाज अंसारी द्वारा समाचार के माध्यम से उक्त सदर को तत्काल हटाये जाने समाज के दिग्गजों से अपील करते हुए यह भी कहा की उक्त सदर की जगह किसी नेक दिल खुदा का खौफ रखने वाले पाक - साफ व्यक्ति को ही सदर बनाना चाहिए | जो गरीब मुस्लिम भाइयों को इस तरह के मामले में सहयोग प्रदान करा सके |
- सिरिल दास -प्रधान संपादक की रिपोर्ट
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