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मध्यप्रदेश की अवैध अंग्रेजी शराब के चलते...छत्तीसगढ़ सरकार के शराब की खपत कम,जिम्मेदार कौन ?

 मध्यप्रदेश की अवैध अंग्रेजी शराब के चलते...छत्तीसगढ़ सरकार के शराब की खपत कम,जिम्मेदार कौन ?

सूत्रों के अनुसार कोरिया जिला के मनेन्द्रगढ़ नगर में इन दिनों चप्पे-चप्पे में मध्यप्रदेश की अंग्रेजी शराब व हाथ भठ्ठी महुआ शराब की  बड़े धड़ल्ले से बेखौफ बिक्री की जा रही है | लेकिन निचले स्तर के पुलिस क्या करें जब उक्त अवैध कारोबारियों के ऊपर हो बड़े अधिकारियों का हाथ ? गौर करने वाली बात यह है कि 16 दिसंबर 2020 को जब प्रदेश सरकार के 2 वर्ष के कार्य का ब्योरा देने बैकुंठपुर में प्रेस वार्ता रखी गई थी | उक्त दौरान मा० चिंतामणि महाराज की मौजूदगी में समस्त मीडिया प्रभारियों व समस्त विभाग के पदाधिकारियों के समक्ष कुछ पत्रकारों द्वारा उक्त अवैध कारोबारियों पर कार्यवाही की मांग किए जाने पर कोरिया जिला के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह के द्वारा तत्काल उक्त दिशा में EFFECT ACTION लेते हुए ताबड़तोड़ कार्यवाही कराई गई थी | उक्त संबंध में सूत्र बताते हैं कि उक्त कार्यवाही का केवल डेढ़ माह तक ही असर रहा | लेकिन इस समय तो मनेन्द्रगढ़ के चप्पे-चप्पे में मध्यप्रदेश की अवैध अंग्रेजी शराब की बड़े धड़ल्ले से बिक्री होने से छत्तीसगढ़ सरकार की शराब पहले की तुलना में बहुत कम खपत हो रही है | यह भी एक अहम प्रश्न उठ रहा है क्या छत्तीसगढ़ में शराब प्रेमियों की कमी हो गई है या फिर उक्त शराब प्रेमियों के मन मुताबिक ब्रांड की सप्लाई नही किये जाने के कारण से ? सूत्र यह भी बताते हैं कि जब कभी उक्त अवैध कारोबारियों के विरुद्ध निचले स्तर के किसी ईमानदार पुलिस द्वारा एक्शन लिया जाता हैं तो तत्काल उक्त भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस का कोई बड़ा भ्रष्ट अधिकारी है जिसका वेतन से पेट नहीं भरता के द्वारा उक्त ईमानदार निचले स्तर के पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर करा देने की धमकी देकर उन पर दबाव बनाया जाता है | शायद उक्त दबाव के चलते ही वे बेचारे निचले स्तर के पुलिसकर्मी क्या करें लोगों की ताने सुनने को मजबूर होकर उन्हें बदनामी भी सहनी पड़ती है | और भोले-भाले लोग अज्ञानता में ऐसे ईमानदार पुलिस को बदनाम भी कर देते हैं | लेकिन उक्त ईमानदार निचले स्तर के पुलिसकर्मियों को बिलकुल डरना नही चाहिये और समय रहते ऐसे भ्रस्टाचार में लिप्त बड़े अधिकारियों को सबक सिखाने पब्लिक का साथ लेकर ऐसी बुराईयों को जड़ से उखाड़कर फेक देना चाहिये | जो अपनी नीज स्वार्थ पूर्ति के लिए भ्रस्टाचार को बढ़ावा देते हुए अवैध कारोबारियों को सह देकर लोगों को नशे का आदि बना अनेक घरों को उजड़वाते हुए आने वाली जनरेशन को नशे के गर्त में डुबोकर उन्हें नपुन्षक बनाते जा रहे है | |



  • सिरिल दास -प्रधान संपादक की कलम से

 

 

 




 

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