बाजारों,गली,चौराहों, में संचालित 45 होटलों के खाद्य पदार्थो की गयी जाँच... मोबाइल फ़ूड टेस्टिंग लैब (MFTL) के माध्यम से तेल, खाद्य रंग की भी जांच…
कोरिया कलेक्टर सत्यनारायण राठौर के निर्देशन में खाद्य एवं औषधि
प्रशासन की टीम द्वारा मोबाइल फ़ूड टेस्टिंग लैब (MFTL) वाहन
जिसे फ़ूड सेफ्टी ऑन व्हील कहा जाता हैं के सहित जिला
मुख्यालय बैकुंठपुर इलाके के करीब समस्त छोटे-बड़े होटलों का औचक निरीक्षण किया
गया। उक्त निरीक्षण का मुख्य केंद्र होटलों में बना कर परोसे जा रहे तले हुए खाद्य
पदार्थों जैसे समोसे, नमकीन, फ्राई चिकन,आमलेट,पनीर चिल्ली आदि में उपयोग किए जा
रहे तेल की गुणवत्ता की जाँच करना था, जिस हेतु उक्त होटलों की कढ़ाईंयों
में खौलते हुए तेल में टोटल पोलर कंपाउंड (TPC) की
मात्रा की जांच विशेष उपकरण द्वारा मौके पर ही की गई। तेल को अधिक गर्म करके
बार-बार उपयोग करने पर उसमें पोलर कंपाउंड बन जाते है जो विभिन्न प्रकार के घातक
रोगों के कारक बनते हैं। उक्त जांच के बाद संबंधित होटलो के संचालकों को तेल के
उपयोग करने संबधी आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। इसके अलावा बिरयानी और अन्य रंग
वाले खाद्य पदार्थो में उपयोग किए जा रहे रंग की भी जांच मौके पर किया गया, और खाद्य कारोबारकर्ताओं को खाद्य रंग का उपयोग करने संबंधी
निर्देश दिए गए। उक्त कार्यवाही के समय कुछ खाद्य कारोबारकर्ताओं के पास FSSAI के नियमों के अनुसार खाद्य कारोबार के लिए आवश्यक
खाद्य लाइसेंस भी नही पाया गया जिन्हें तत्काल विभाग में आवेदन कर लाइसेंस प्राप्त
करने का निर्देश दिया गया। उक्त क्रम में शंका के आधार पर टेस्टिंग लैब में मौके
पर जांच करने हेतु कुल 45 खाद्य नमूनों का संकलन कर MFTL में उनका
जांच भी किया गया। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा ऐसी कार्यवाही समय-समय पर
जारी रहेगी। उक्त टीम में सहायक औषधि नियंत्रक संजय नेताम, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सागर दत्ता, औषधि निरीक्षक द्वय आलोक मिंज, विकास लकड़ा एवं नमूना सहायक
प्रमोद पैंकरा मौजूद रहें। इस प्रकार लोगो के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए
तेलों की गुणवत्ता की जाँच किये जाने से
अन्य इलाके होटलों में मिलावटी तेल उपयोग कर लोगो के जीवन से खिलवाड़ करते आ रहे
उक्त होटलों के संचालको में हडकम मचा हुआ है और लोग चाहते है की इस तरह की
कार्यवाही लगातार होती रहे |
- यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ कोरिया
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