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कोरिया जिले के रिटायर्ड पिता के फंड के पैसे के लालच में कर दिया बेटे का कत्ल, पहचान छिपाने जला दिया लाश

कोरिया जिले के रिटायर्ड पिता के फंड के पैसे के लालच में कर दिया बेटे का कत्ल, पहचान छिपाने जला दिया लाश

  • 24 घंटे के अंदर सुलझी मरवाही में कल मिली अधजली लाश की गुत्थी
  • घटना में प्रयुक्त कार, स्कूटी जप्त, 4 आरोपी गिरफ्तार

 

            थाना प्रभारी मरवाही को दिनांक 15/06/2021 को सूचना प्राप्त हुई की सेमरदर्री के पहले सिंगार बहरा के रोड किनारे जंगल में एक अधजले अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है कि सूचना मिलने पर थाना प्रभारी मरवाही के द्वारा सूचना से पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक जीपीएम के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरेला और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मरवाही के अगुआई में टीम गठित कर त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।

 

             थाना मरवाही की टीम द्वारा अज्ञात शव के पहचान हेतु आसपास के ग्रामीणों से पहचान कराया गया परंतु पता नही चला। पुलिस डॉग स्क्वायड एवं फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद मौके पर ली गई। अधजले शव के कुछ दूर एक पानी का बोतल तनिष्क कंपनी का मिला जिसमे से पेट्रोल की खुशबू आ रही थी। इस कंपनी के पानी का बोतल अधिकतर बैकुंठपुर, चिरमिरी और कोल माइंस एरिया में मिलता है। अतः मृतक के मौके से खींचे गए फ़ोटो जिले के सरहदी थाने राजनगर, खोंगा पानी, झगराखांड, चिरमिरी आदि को भेजा गया।

 


थाना झगड़ाखांड में एक गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज हुई थी । थाना झगराखंड के द्वारा उक्त गुम इंसान के परिजनों को मौके पर भेजा गया। जो अधजले शव की पहचान राघवेंद्र पटेल पिता गणपति पटेल उम्र 34 साल निवासी एकता नगर खोंगापानी थाना झगराखंड जिला कोरिया के रूप में किए।

 

                 मृतक के परिजनों से मृतक के मोबाइल नंबर प्राप्त कर जीपीएम साइबर सेल की मदद से कॉल डिटेल एवं टावर लोकेशन का विश्लेषण किया गया। विश्लेषण के दौरान मोबाइल धारक ऋषि रैदास की उपस्थिति रात्रि 12:30 बजे  कार क्रमांक सीजी 16 सीएम 5277  बरौर बैरियर में मरवाही की ओर से झगराखांड की ओर जाना पाया गया। थाना झगराखांड के स्टाफ की मदद से  ऋषि रैदास को पुलिस निगरानी में लिया गया। पुलिस टीम ने आरोपी से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उसने अपने साथियों सहित घटना घटित करना स्वीकार किया।

 

                  जांच पर पाया गया कि सभी आरोपियों को यह पता था कि मृतक का पिता जो कि एसईसीएल में कार्य कर रहा था रिटायरमेंट हुआ है जिसे रिटायरमेंट के उपरांत ग्रेजुएटी एवं अन्य मद का बहुत पैसा मिला है। इनका प्लान था कि यदि मृतक का अपहरण कर पैसा मांगा जाए तो उनको बहुत पैसा मिल सकता है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए आरोपी काजल मन्ना, रवि श्रीवास और ऋषि दास ने मृतक राघवेंद्र पटेल को काम के बहाने बिलासपुर चलना है कहकर अपने साथ कार में बैठा कर ले गए। चौथा आरोपी संतोष चौधरी स्कूटी से पीछे आया।

 

शहर से निकल कर जंगल के रास्ते में सभी ने शराब पिया। आरोपियों ने मृतक राघवेंद्र पटेल को जानबूझकर अधिक शराब पिलाया। अधिक शराब पी लेने से वह बेहोश हो गया। आरोपियों को लगा कि मृतक उनको पहचान चुका है और इसका अपहरण करके छुपाने पर समस्या हो सकती है। इस डर से बेहोशी की हालत में आरोपी गण काजल मन्ना एवं ऋषि चौधरी ने गाड़ी के अंदर गमछे से गला दबाकर राघवेंद्र पटेल की हत्या कर दी। इसके बाद चारों आरोपियों ने मृतक के शव को गाड़ी से निकालकर गाड़ी की डिक्की में बंद कर छिपा दिया और आरोपी संतोष चौधरी अपनी स्कूटी से वापस झगड़ाखांड लौट गया।

 

               बाकी तीनों आरोपी शव को डिक्की में छिपाकर पोंडी- खड़गवां के रास्ते जीपीएम जिले के सेमरदर्री क्षेत्र में आए रात्रि में सुनसान जगह देखकर शव के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाकर वहां से वापस बरौर बेरियर से होते हुए झगराखांड की ओर चले गए।

 

प्रकरण में थाना मरवाही में *अ.क्र.82/21 धारा 302, 201,120(बी),34 भा.द.वि कायम किया गया। प्रकरण में आरोपी ऋषि रैदास से एक कार सीजी 16 सीएम 5277 एवं आरोपी संतोष चौधरी से एक स्कूटी सीजी 16 CG 2239 एवं काजल मन्ना से गमझा,माचिस की डिब्बी एवं मृतक का मोबाइल जप्त किया जाकर आरोपी  ऋषि रैदास आ. सुग्रीव रैदास उम्र  करीब 38 वर्ष निवासी खोंगापानी आरोपी काजल कुमार मन्ना आ. हरिपद मन्ना उम्र करीब 45 वर्ष निवासी कपिलधारा कॉलोनी थाना बिजुरी आरोपी रविशंकर श्रीवास्तव आ. मोहनलाल श्रीवास्तव उम्र  करीब 37 वर्ष निवासी खोंगा पानी आरोपी संतोष चौधरी आ. देव शरण चौधरी उम्र करीब 39 वर्ष निवासी खोंगापानी थाना झगराखांड को गिरफ्तार कर लिया गया है।

 

                   वही  उक्त मामले को सुलझाने में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस  मरवाही, थाना प्रभारी मरवाही एवं उनकी  विशेष टीम, व थाना झगराखंड की टीम एवं साइबर सेल जीपीएम का विशेष योगदान रहा। सभी जांच दल सदस्यों को पुलिस अधीक्षक जीपीएम श्री सूरज सिंह परिहार, (आईपीएस) द्वारा प्रशस्ति जारी की जा रही है।

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