SECL हसदेव
क्षेत्र केंद्रीय चिकित्सालय CMO नम्रता सिंह के अधीन मृतक बी.बी. सरकार का फर्जी
आश्रित बन नौकरी कर रहे A.B. चंदा के विरुद्ध जांच कार्यवाही हेतु थाना झगराखाण्ड
में मामला हुआ दर्ज
- प्रिंस शर्मा की रिपोर्ट
एसईसीएल हसदेव
क्षेत्र में कार्यरत फर्जी कर्मचारियों को बचाने एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के उच्च
अधिकारी बाज नहीं आ रहे हैं| कारण कि एक के बाद एक फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया जा
रहा है लेकिन उक्त फर्जियो के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जा रही जिससे यह साबित
होता है कि उक्त एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के जिम्मेदार संबंधित उच्च अधिकारी कुत्ते
की पूंछ बन चुके हैं जो कभी सीधा होने का नहीं हम आपको बता दें कि एसईसीएल या चाहे
कोई भी विभाग हो वहां कार्यरत विवाहित कर्मचारी की मृत्यु होने के पश्चात उक्त
कर्मचारी के आश्रित जैसे पत्नी/बच्चे को ही उक्त मृतक के आश्रित के रूप में
अनुकंपा नियुक्ति दी जाती है या फिर अविवाहित कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसकी बहन
या भाई को अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान है | लेकिन एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में तो
एक व्यक्ति अहिभूषण चंदा उर्फ अभिभुषण चंदा जो मृतक बी.बी.सरकार स्टोर ऑफिसर का आश्रित
न होते हुए भी एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के भ्रष्ट अधिकारियों से सांठगांठ मिलीभगत कर
मात्र एक शपथ पत्र के आधार पर उक्त मृतक बी.बी. सरकार का फर्जी तरीके से पुत्र बनकर
अनुकंपा के तहत नौकरी प्राप्त कर वर्ष 1988 से एसईसीएल कंपनी को करीब 25-30 करोड़ रुपए का चूना लगाकर
शायद 31 जून 2021 को रिटायर्ड होकर अंतिम बार एसईसीएल कंपनी को करीब
01 करोड़ रूपये का चूना लगाने की फिराक में है ? गौर करने वाली बात है है कि उक्त अहिभूषण
चंदा उर्फ़ अभिभूषण चंदा के पिता का नाम के.के. चंदा है तो वह मृतक बी.बी सरकार की जगह
पर किस आधार पर और कैसे नौकरी कर रहा है| वह एक जांच का विषय है जबकि आरटीआई के
तहत मनेंद्रगढ़ निवासी सुरजीत सिंह रैना को एसईसीएल कंपनी द्वारा जानकारी उपलब्ध
कराया गया है कि उक्त अहिभूषण चंदा उर्फ़ अभिभूषण चंदा की नियुक्ति स्व० बी.बी.
सरकार के आश्रित के रूप में अनुकंपा के तहत की गई है उक्त संबंध में यह भी जानकारी
प्राप्त हुई है कि उक्त मृतक बी.बी. सरकार की पत्नी बानी सरकार के द्वारा उक्त फर्जी
अहिभुषण चंदा उर्फ़ अभिभुषण चंदा के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए कई बार
पत्र प्रेषित की जा चुकी है लेकिन क्रमवार एसईसीएल हसदेव क्षेत्र APM सहित मुख्य महाप्रबंधक
के द्वारा उक्त फर्जी से मोटी रकम ले लेकर उक्त फर्जी पर किसी भी प्रकार से कार्यवाही
न करके उक्त प्रकरण को दबाते हुए चले आ रहे हैं और उक्त फर्जी अहिभूषण चंदा उर्फ़ अभिभूषण
चंदा को जून 2021 में रिटायर्ड कर
01 करोड़ रूपये का भुगतान कर SECL कम्पनी को चुना लगाने घात लगाये बैठे हैं किंतु उक्त
भ्रष्टाचारियो को अवगत कराना चाहेंगे की उक्त फर्जी अहिभूषण चंदा उर्फ़ अभिभुषण
चंदा के विरुद्ध जांच कार्यवाही हेतु थाना झगराखाण्ड में दिनांक 19.05.2021 को प्रूफ (एविड़ेंश) सहित मामला दर्ज करा दिया गया
हैं |
0 comments:
Post a Comment