कोरोना के नाम से सर्दी,खांसी,डायरिया,मलेरिया,टाइफाइड,पीलिया,इस्नोपिलिया,दमा,टीबी कैंसर गायब... अब सांस लेने कोरोना से करनी पड़ेगी अर्जी...
हम आपको बता दें कि कोरोना के विषय में पुराने तजुर्बेदार बुजुर्गों के अनुसार पुराने समय के चिकित्सक कहते थे की लोगों को छींक आनी चाहिए और सर्दी भी होनी चाहिए जिससे मस्तिक क्लीन होता है और अगर किसी व्यक्ति को छींक नहीं आती थी तो लोग उक्त व्यक्ति की नाक में तम्बाकू रगड़ कर डाल देते थे ताकि उक्त व्यक्ति को छींक आ जाये लेकिन अब तो बेटा नए जमाने के नये-नये चिकित्सकों के द्वारा हर रोज उपचार के नये-नये तौर-तरीके बताकर लोगो को दृढ़ करने के बजाय उन्हें भयभीत करने से बाज ही नहीं आ रहे हैं और इस कोरोना ने तो बेटा सभी बड़े-बड़े दबंगों की छींक ही उड़ा दी वहीँ लोगो का नाक बहना याने सर्दी को भी बंद कर दिया और इस मौसम मे होने वाले घातक बीमारी मलेरिया,पीलिया डायरिया,टाइफाइड,इस्नोपिलिया के अलावा दमा,टीबी, कैंसर जैसे प्राण घातक बीमारी तक की छुट्टी कर दी उक्त कोरोना के आगे किसी बीमारी की क्या मजाल जो उसके आगे टिक सके लेकिन बेटा अब तो ये कोरोना विकराल रूप धारण किए मानो अंग्रेजों की तरह हमें अपना गुलाम बना घर से निकलने पर पाबंदी लगा हमे घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर करते हुए अजगर बन कर जकड़ते ही जा रहा हैं| इससे निजात दिलाने इसके लिए युवाओ को आगे आकर कोरोना वायरस के विरुद्ध क्रांतिकारी कदम उठाकर लोगों के दिलों से उक्त कोरोना का खौफ निकालने उन्हें सर्वप्रथम ईश्वर के प्रति आस्था रखने और स्वच्छता अपनाने जागरूक करने की आवश्यकता है। तभी इस अनचाही बला कोरोना से निजात पाया जा सकता हैं |
- सिरिल दास - प्रधान संपादक की कलम से -✍✍✍
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