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बिना हेलमेट पहिन और शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं...होगी कठोर कार्यवाही... ||Chhattisgarh Lions||

बिना हेलमेट पहिन और शराब पीकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं...होगी कठोर कार्यवाही... ||Chhattisgarh Lions||

छ्त्तीसगढ़ में 10 महीने में सड़क दुर्घटना से तीन हजार लोगों की मौते हो जाने पर पुलिस की चिंता काफी बढ़ गई है। जैसे- रायपुर, गरियाबंद, मुंगेली और बस्तर के तीन जिलों में सड़क दुर्घटना में सर्वाधिक मौत हुई है। उक्त आंकड़ों को देखते हुए छ्त्तीसगढ़ पुलिस द्वारा अब रैश ड्राइविंग, बिना हेलमेट, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों और ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने वालों के विरुद्ध बड़ी सख्ती से कार्यवाही करने की तैयारी हो चुकी है । जल्द ही पुलिस प्रदेशभर में उक्त अभियान चलाकर लगातार ट्रैफिक नियमों का उलंघन करने वालों को ट्रैस कर लाइसेंस बर्खास्त किया जायेगा। इसके अतिरिक्त जांच के दौरान हुज्जत करने वालों को न्यायालय भेजा जाएगा। हम आपको बता दें कि 10 महीने के अन्दर पुरे छ्त्तीसगढ़ में 9097 सड़क दुर्घटनाओं में 3,543 व्यक्तियों की मौते हो चुकी है। वहीं 8388 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। उक्त अवधि में सड़क दुर्घटनाओं में रायपुर, गरियाबंद, मुंगेली, दन्तेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं, जबकि बाकि जिलों में बलौदाबाजार, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, बेमेतरा, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, कोरबा, रायगढ़, गौरेला पेण्ड्रा, सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जगदलपुर, कोण्डागांव, कांकेर और सुकमा में मृत्यु दर में कमी आई है। उक्त सड़क दुर्घटना के बढ़ते आंकड़ों के लिए नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जबसे कांग्रेस की सरकार आई है, सड़कों का निमार्ण कार्य बन्द पड़ा हुआ है, यहां तक कि क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत भी नहीं कराई जा रही है ।



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