नाबालिग द्वारा ट्रैक्टर बैक करते समय हुई एक 15 वर्षीय बालक की मौत पुत्र को बचाने पिता और जीजा ने लाश को जला फेका तालाब में... हुए 03 आरोपी गिरफ्तार ||Chhattisgarh Lions||
छत्तीसगढ़
पुलिस को 2 दिन पूर्व मिली एक नाबालिग की लाश के प्रकरण का पर्दाफाश
करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। उक्त मामले में एक
व्यक्ति ने अपने नाबालिग आरोपी बेटे को बचाने हेतु दुर्घटना में मृत बच्चे की लाश
को जलाने और छिपाने का प्रयास किया था। जो बेमेतरा में 2 दिन पूर्व
मिले उक्त अज्ञात लाश की गुत्थी को आंखिर पुलिस ने सुलझा कर ही दम लिया। एक पिता
ने उक्त मौत के जिम्मेदार अपने नाबालिग पुत्र को बचाने के लिए अपने जीजा के साथ
मिलकर उक्त लाश को जलाने और छिपाने की नाकाम कोशिश किया था लेकिन, उक्त पूरे
मामले में पिता, जीजा और मुख्य आरोपी नाबालिग उक्त तीनों के विरुद्ध पुलिस द्वारा
सख्त कार्यवाही की जा रही है। उक्त पूरा मामला इस प्रकार है की 2 दिन पूर्व
बेमेतरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बोरिया में मिले एक अज्ञात लाश का है। जहाँ
कोटवार ने उक्त सूचना दी कि तालाब के अंदर संदिग्ध अवस्था में एक लाश नजर आ रही
है। उक्त मौके पर पहुंची पुलिस को लगा कि किसी ने हत्या कर पहचान छुपाने के लिए उक्त
लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश किया है। उक्त लाश को सीमेंट के पोल में रस्सी से
बांधकर तालाब के अंदर फेंका गया और उसका चेहरा पेट्रोल डालकर बुरी तरीके से जला
दिया गया है, जिससे मृतक की पहचान ना हो सके । संदिग्ध अवस्था में उक्त लाश
के मिलने के बाद पुलिस उक्त मृतक की शिनाख्त करने के लिए गुम इंसानों की तलाश शुरू
की। तभी बेमेतरा जिले के खसरा चौकी में पता चला कि 10 नवंबर को
एक नाबालिग के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है गई है, जो 15 वर्ष का
मृतक था। जो खसरा चौकी अंतर्गत ग्राम खुरुसबोड का रहने वाला था। उक्त मृतक की
पहचान होने के बाद जब पुलिस ने जाँच पड़ताल की तो उक्त मामला कुछ और ही नजर आया। तब
पुलिस ने संदेह के आधार पर गांव के युवक ओमप्रकाश साहू ग्राम खुरुसबोड से कड़ाई से
पूछताछ की तो उसने उक्त पूरे मामले का खुलासा कर दिया। दरअसल 9 नवंबर की
शाम 7:00 बजे ओम प्रकाश साहू ने अपने नाबालिग पुत्र को
ट्रैक्टर चलाने के लिए दिया। नाबालिग पुत्र उक्त ट्रैक्टर को बैक कर रहा था, तभी 15 वर्षीय
नाबालिग ट्रैक्टर की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ओम प्रकाश साहू
ने उक्त घटना की सूचना अपने जीजा शिवकुमार साहू (कबीरधाम) को दी। सूत्रों से मिली
जानकारी के अनुसार, ओमप्रकाश साहू और शिवकुमार साहू ने मिलकर उक्त 15 वर्षीय
बालक की लाश की पहचान छिपाने की नीयत से उसे तालाब में फेंक दिया था, लेकिन
उससे पहले उक्त बालक के चेहरे को जला दिया था, ताकि यदि
लाश मिल भी जाये तो लोग उसे पहचान न सकें। लेकिन पुलिस ने उक्त मामले की गुत्थी को
सुलझाते हुए आखिर उक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर ही लिया।
कोई लाख कोशिश करे अपराध कभी नही छिपता
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